Last Updated on March 16, 2019 by Manoranjan Pandey
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होली का रंग कहीं फीका न हों जाए, बचपन कहीं खो न जाय…..
बुरा न मानो होली है…… Happy Holi…..

दोस्तों होली का रंग का अपना ही मजा है, बच्चे, जवान, बूढ़े सभी होली पे रंगों से खेलते हैं. परन्तु आज हमारे सामने एक सवाल है कि क्या आज कहीं होली का रंग फीका तो नहीं हों रहा है?
कहीं भाग दौड़ कि इस दौर में होली कि खुशियाँ कहीं कम तो नहीं हों गयीं हैं ….
आज मेरे मन एक ख्याल आया कि आपसे कुछ share करू. होली का रंग और रंगीन हो इसके लिए हमें कुछ सोचने और करने की आवश्यकता है.
मुझे आज भी वह दिन याद है कि होली शुरू होने के एक सप्ताह पहले से ही गली मोहल्ले के बच्चे अपने अपने छतों पर से पानी और गुब्बारे के फौहारे मारने लग जाते थे. कई बार बड़े बुजुर्ग गुस्से भी हो जाते थे पर फिर हंस कर आगे बढ़ जाते थे. और फिर हम बच्चों कि खुशियाँ देखते बनती थी.
लेकिन आज के दौर में शायद वह चलन खोता जा रहा है. होली का रंग शायद फीका होता जा रहा है. तो मेरी आपसभी से गुजारिश है, प्रार्थना है, कि अगर आप कहीं रास्ते में हैं…. और अचानक से कोई सनसनाता हुआ पानी या रंग का गुब्बारा आप पर आकर छपता है….. तो गुस्सा न हों, न उन बच्चों को डांटे.
उनको कोसने के बजाए खुद को भाग्यशाली समझें…..कि आपको उन नादान हाथों ने चुना है जो हमारी परम्परा को, संस्कृति को जिन्दा रखे हुए हैं……. जो उत्सवधर्मी हिन्दोस्तान को और हिंदुस्तान में उत्सव को जिन्दा रखे हुए हैं….
ऐसे कम ही नासमझ बच्चे मिलेंगे….. वैसे भी बाकि सारे समझदार बच्चे विडियोगेम, डोरेमोन, और एंड्रॉइड के अंदर घुसे होंगे..
तो कृपया इन्हें हतोत्साहित न करें, बल्कि यदि आप उन्हें छुपा देख लें तो जानबूझ कर वही से निकलें, शायद आपकी 700 Rs की शर्ट खराब हो सकती पर जब उनकी इस शरारत का जबाब आप मुस्कुराहट से देंगे न, तो उनकी ख़ुशी आपको 7000 की ख़ुशी रिटर्न करेगी और होली जिन्दा रहेगी, रंग जिन्दा रहेंगे, हिंदुस्तान में उत्सव जिन्दा रहेगा और हिंदुस्तान जिन्दा रहेगा…. होली का रंग जिन्दा रहेगा.
बुरा न मानो होली है……..
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साभार
मनोरंजन पाण्डेय.