एक धनवान व्यक्ति और उसका बेटा- हिंदी कहानी !

Last Updated on May 3, 2023 by Manoranjan Pandey

एक धनवान व्यक्ति और उसका बेटा.

प्रेरणादायक हिंदी कहानी

A Rich Man and His Son

A motivational Hindi Story

कोई मज़ेदार तथ्य सुनाओ – धनवान व्यक्ति और उसका बेटा

हिंदी कहानी “धनवान व्यक्ति और उसका बेटा”

एक राज्य में एक बहुत हीं धनी व्यक्ति रहता था और साथ में उसका बेटा भी रहता था. इसी साल उस धनी व्यक्ति का बेटा Graduation की पढ़ाई पूरी करने जा रहा था.

उस धनी व्यक्ति का बेटा महीनों से अपने पिताजी से एक नई कार की मांग कर रहा था. क्योंकि उसको पता था कि उसके पिताजी के पास बहुत सारा धन है, वह जितना धन, पैसा-रुपया मांगेगा उसे मिलेगा.

जब वह Graduated हुआ, तो पिता ने उसे अपने Study room यानी अध्ययन कक्ष में बुलाया और उस धनवान पिता ने अपने पुत्र को एक बहुत ही खूबसूरत पैक किया हुआ तोहफा दिया और साथ ही उसे ग्रेजुएट होने पर बधाई भी दी.

बेटे ने बड़े ही बुझे मन से उस गिफ्ट पैक को खोला तो पाया कि उसमें बहुत ही सुंदर लेदर से कवर की हुई एक प्यारी सी डायरी थी, जिस पर उसका नाम भी खुदाया हुआ था.

अपने लिए ऐसा गिफ्ट देख कर उसका मुंह उतर गया और उसे बहुत गुस्सा आया. नाराजगी का कारण साफ था, उसका बेटा कई दिनों से अपने पिता से कार की मांग कर रहा था और पापा ने उसे एक साधारण सी डायरी थमा दी थी. जिसका उसे उम्मीद भी न थी. बेटा गुस्से में उस डायरी को फेकता हुआ घर से बाहर चला गया.

वह अपने पिता से इतना नाराज हो चुका था कि उसने अकेले रहने का निर्णय कर लिया. Graduation वाले दिन से हीं उसने अपने पिता से मिलना जुलना भी छोड़ दिया था. अब नौबत यह आ चुकी थी कि वह अपने पिता का चेहरा भी नहीं देखना चाहता था.

धनवान व्यक्ति और उसका बेटा

धनवान के पुत्र ने निर्णय किया कि वह भी अपने पिता के तरह सफल और धनवान बनेगा, और ऐसा हुआ भी. जीवन में सफल और धनवान होने के बाद उसने अपने सारे शौक पूरे किए, एक बेहद कीमती कार खरीदी और एक खूबसूरत घर भी बना लिया और शादी भी कर ली.

काफी समय बीत जाने के बाद उसे लगा की पुरानी बातों को भूल जाना चाहिए और पिता से मिलने चलना चाहिए क्योंकि अब पिता की उम्र भी हो गई थी.

परन्तु होनी को तो कुछ और ही मजूर था, अभी तो वह सोच रहा था कि क्यों न चल के पिताजी से मिल लिया जाय, तब तक काफी देर हो चुकी थी. 

तभी उसे एक संदेश मिला की उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे और उनका स्वर्गवास हो चुका था.

यह जानकर वह काफी दुखी हुआ परंतु अब क्या फायदा था, फिर भी उसने यह निर्णय किया कि अब से वह अपने पिता के घर पर ही रहेगा और उनकी संपत्ति की भी देखभाल करेगा.

जब एक दिन वह अपने पिता के जरूरी कागजात ढूंढ रहा था, तो वह डायरी उसे मिला जो पिता ने उसे गिफ्ट के रूप में दिया था. और तभी अचानक उस डायरी से एक चाबी का गुच्छा गिर पड़ा साथ हीं एक टैग भी लगा हुआ था.

बेटे ने जब उस टैग को पढ़ा, जिसमें यह लिखा था कि इसकी पूरी कीमत चुका दी गई है. जहां कहीं भी तुम यह कार ले जाओ इस डायरी में लिख कर इसे हमेशा के लिए यादगार बना देना. ढेर सारा प्यार के साथ, “तुम्हारा पिता”.

अब पश्चाताप करने के अलावा उसके पास कुछ भी नहीं बचा था क्योंकि अपने पिता को तो वह पहले ही खो चुका था.

दोस्तों हम जीवन में चाहते तो बहुत कुछ है परंतु हमें मिलता वही है जितना परमात्मा ने हमारे लिए तय कर रखा होता है और जो हमारे नसीब में होता है. आपको जो भी मिले उसके प्रति हमेशा एहसानमंद (Grateful) रहो और सहर्ष स्वीकार करो. 

एक बात और दोस्तों, हमारे माता-पिता ईश्वर द्वारा दिया हुआ वह अनमोल वरदान है, जो हमें सिर्फ एक बार ही मिलता है. बिना सोचे समझे कभी भी कोई निर्णय ना ले, क्योंकि बाद में पछताने के अलावा आपके हाथ में कुछ नहीं बचता है.

धन्यवाद

आशा करता हुँ की यह हिन्दी कहानी “एक धनवान व्यक्ति और उसका बेटा” आपको पसंद आया होगा. कृपया Comments के माध्यम से सूचित करें.

Note : आपके पास भी यदि कोई प्रेरणादायक कहानी हो तो email से भेजें. हमारे उसे आपके नाम से प्रकाशित करेंगे

Thank you

आपका

मनोरंजन पाण्डेय

2 thoughts on “एक धनवान व्यक्ति और उसका बेटा- हिंदी कहानी !”

    • Thank you for your time. हमारी कोशिश होगी की आपको ऐसे ही अच्छी अच्छी कहानियाँ आपलोगों तक पहुचायें.

      धन्यवाद

      Reply

Leave a Comment