Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata Hai अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है

Last Updated on July 18, 2023 by Manu Bhai

Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata Hai ?

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?  

आज के इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ? (Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata hai)। सर्वप्रथम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को 1975 में आधिकारिक मान्यता दी गयी थी। उस समय UNO ने इसकी शुरुआत एक थीम के साथ की, तब से हरेक वर्ष International Women’s Day को 8 march को एक नए थीम के साथ मनाया जाता है। अब question ये है कि What is the theme for women’s Day 2024 ?

The theme for International Women’s Day 2024 is Women in Digital Leadership: महिला नेतृत्व

International Women’s Day 2024 campaign theme: #EmbraceEquity

The International Women’s Day 2024 theme is ‘DigitALL: Innovation and technology for gender equality’. This theme focuses on how technology and education in the digital age can help the empowerment of women and girls across the world.

Importantly, this International Women’s Day 2024 theme will also explore how to protect the rights of women and girls in digital spaces and how to combat online gender-based violence.

Many experts from the fields of technology and innovation, as well as gender equality activists, will come together to discuss how to improve access to digital tools and bridge the digital skills divide. This will help to make sure that all people have equal access to digital technology and the opportunities it provides.

उन शुरुआती वर्षों से अब तक, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ने विकसित और विकासशील देशों में महिलाओं के लिए एक नया वैश्विक आयाम स्थापित किया है। 

Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata hai

Antarrashtriya mahila diwas in hindi

International Women's day 2021

जानिये महिला दिवस का महत्त्व क्या है  

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्त्व : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक उपलब्धियों और अधिकारों बढ़ावा देना है। पुरे विश्व में यह दिन एक जश्न के रूप में मनाया जाता है। यह दिन लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने का एक जरिया भी है।

आई डब्ल्यू डी (IWD) इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि यह महिलाओं के अधिकारों, लैंगिक समानता, सुरक्षा और किसी भी तरह के उत्पीड़न की रोकथाम के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेरित करता रहता है। साथ में विश्‍व शांति को भी प्रोत्‍साहित करने का एक बड़ा उद्देश्‍य जुड़ा है। 

यह दिन हमें लगभग हर व्यक्ति के जीवन में महिलाओं द्वारा निभाई गई असाधारण भूमिकाओं को प्रतिबिंबित करने में मदद करता है और सामान्य महिलाओं द्वारा साहस और दृढ़ संकल्प का कार्य करता है। हालांकि आज दुनिया भर के कई देशों ने बड़ी प्रगति की है, लेकिन लैंगिक समानता आज भी एक अधूरा सपना जैसा हीं है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है? आपने देखा होगा कि प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को हीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. लेकिन, क्‍या आपने कभी ये जानने या पता करने की कोशिश किया कि इसकी शुरुआत कब हुई? सच पूछिए तो इसका भी अपना एक लंबा इतिहास है। 

Antarrashtriya Mahila Divas ka Itihas अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास 

International Women’s Day History

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस श्रमिक आंदोलन से बाहर निकला एक विशेष दिन है .
इस आंदोलन कि शुरुआत और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के बीज 1908 में ही पड़ गए थे, जब 15,000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क शहर के बिच से होकर जुलुस निकाला जिसमे कुछ मांगे राखी गयीं थी। जैसे कि नौकरी या काम करने की अवधी या घंटे कम करना, बेहतर वेतन और वोट करने के अधिकार की मांग की राखी गयी थी। क्योकि तब कामकाजी महिलाओं को 12 घंटे या उससे अधिक देर तक काम करना पड़ता था एवं उन महिलाओं को वोटिंग का भी अधिकार नहीं था।  

लेकिन इस आंदोलन की शुरुआत अमेरिका में बहुत पहले 1848 में हो गयी थी जब गुलामी प्रथा के विरोध में महिलाओं को बोलने से रोक दिया गया था। फिर दो अमेरिकन जिनका नाम Elizabeth Cady Stanton and Lucretia Mott था, ने अमेरिका के न्यूयोर्क पहली महिला अधिकार सम्मलेन का आयोजन किया जिसमे सैकड़ो लोग जमा हुए उनमे से ज्यादातर महिलायें थी। इस सम्मलेन में पहली बार महिलाओं के लिए समान नागरिक, सामाजिक, राजनितिक और धार्मिक अधिकारों की मांग की गयी जो एक आंदोलन को जन्म देती है। इसके बाद फिर 1908 में इसी तरह का एक महिला मार्च न्यूयोर्क शहर से निकाला गया जो आंदोलन में बदल गया।

फिर इस आंदोलन के एक साल बाद अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी, जिसने पहली राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया और 28 फ़रवरी 1909 को धूमधाम से मनाया भी।

इसके ठीक एक साल बाद इस दिन को अंतरराष्ट्रीय बनाने का विचार सर्वप्रथम क्लारा ज़ेटकिन नामक महिला से आया। उन्होंने 1910 में कोपेनहेगन में कामकाजी महिलाओं के एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में यह सुझाव दिया। वहां 17 देशों की 100 महिलाएं थीं, और वे महिलायें उनके सुझाव पर सर्वसम्मति से सहमत हुयी। 

एक बार फिर 1911 में कई देशों की महिलाओं ने बड़े बड़े रैलियों का आयोजन किया जिसमे ऑस्ट्रि‍या, डेनमार्क, जर्मनी और स्विटजरलैंड की लाखों महिलाओं ने रैली में भाग लिया था . इन रैलीयो के आयोजन का मकसद साफ़ था की महिलाओं के साथ नौकरी में भेदभाव खत्म करना, सरकारी संस्थानों में एक जैसे अधिकार देना और मताधिकार में समानता था. इस प्रकार पहली बार इन देशों में अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस को मान्‍यता मिली. 

अब इसका असर पुरे विश्व की महिलाओं पड़ने लगा जिससे कई देश में महिलाये एकजुट होने लगी और पूरी दुनियां में रैलियों तथा जुलुस का एक सिलसिला सा चल पड़ा। 

First World war के समय रूस में महिलाओं द्वारा पहली बार शांति की स्थापना के लिए 1917 में फरवरी माह के अंतिम रविवार को महिला दिवस के रूप में मनाया गया। 1917 में रुसी महिलाओं ने हड़ताल की घोषणा कर दी, जिसका रूस की राजनीती पर व्यापक असर पड़ा और वहां के सम्राट निकोलस को अपना पद तक छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था।

यही नहीं, इसका सकारात्म असर यह हुआ कि वहां के अंतरिम सरकार को महिलाओं को मतदान का अधिकार देना पड़ा। उस दौरान रूस में सरकारी कामकाज के लिए जूलियन कैलेंडर का प्रयोग होता था। अतः जिस दिन वहां की महिलाओं ने यह हड़ताल शुरू की थी, वह तारीख 23 फरवरी की थी। परन्तु ग्रेगेरियन कैलेंडर में यह दिन 8 मार्च था। तभी से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हरेक साल 8 मार्च को मनाया जाने लगा। ये सवाल Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata Hai  इसका यह सीधा जवाब है ।

1975 में महिला दिवस को आधिकारिक बना दिया गया, जब संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाना शुरू किया था। संयुक्त राष्ट्र द्वारा (1996 में) अपनाया गया पहला विषय या थीम “अतीत का जश्न, भविष्य के लिए योजना” था। The first theme adopted by the UN (in 1996) was “Celebrating the past, Planning for the Future”. 

संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में आधिकारिक तौर पर महिला दिवस को मान्यता दी – यह दिन महिलाओं के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए था।

लेकिन आज भी महिलाएं विक्टोरियन युग की मानसिकता से जूझ रही हैं। यह 2021 है, और महिलाएं अभी भी अधिकारों के सबसे बुनियादी मूल के लिए लड़ रही हैं। 

 
 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?

 
 
दरअसल साल 1909 में अमेरिका में पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाया गया था. सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 में गारमेंट वर्कर्स की हड़ताल को सम्मान देने के लिए इस दिन का चयन किया था. वहीं रूसी महिलाओं ने पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाते हुए पहले विश्व युद्ध का विरोध दर्ज किया था

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को क्यों मनाया जाता है?

महिला दिवस को मनाने के पीछे साल 1908 में न्यूयॉर्क में हुई एक रैली का अहम योगदान है। दरअसल, इस साल न्यूयॉर्क में 12 से 15 हजार महिलाओं ने एक रैली का आयोजन किया था। रैली करने वाली इन महिलाओं की मांग थी कि उनकी नौकरी के कुछ घंटे कम किए जाए। साथ ही उन्हें वेतन भी उनके काम के मुताबिक दिया जाए

महिला वर्ष कौन सा है?

 
 

अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष 1975 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिया गया नाम था। उस वर्ष से 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

इन्हे भी पढ़िए 

राष्ट्रीय बालिका दिवस 2024 (National Girls Child Day in Hindi)

स्वामी विवेकानंद जयंती National Youth Day

4 thoughts on “Antarrashtriya Mahila Divas Kab Manaya Jata Hai अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है”

  1. Aaj ka din Vishwa ke Nariyon dwaro kiye gaye kai mahtvpurn yogdaan ke liye manaya jata hai. Aapki detail explanation bahut achha laga. keep it up.
    thanks for sharing

    Reply

Leave a Comment