Last Updated on July 18, 2023 by Manu Bhai
Roohi Movie Review in Hindi: राजकुमार राव, जान्हवी कपूर की हॉरर कॉमेडी दर्शको पर क्या छाप छोड़ती है?
Roohi movie review in Hindi: जान्हवी कपूर और राजकुमार राव की हाल ही में रिलीज़ हुई मूवी ‘रूही’ (Roohi) थिएटर्स में क्या कमाल दिखाती है ये तो समय ही बताएगा। रूही सिनेमाघरों में 11 मार्च को रिलीज हो गई है। फिल्म से हर कोई काफी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। राजकुमार राव और जान्हवी कपूर की फिल्म ‘रूही’ का ट्रेलर देखकर अबतक तो सबकुछ अच्छा ही लग रहा है, तो क्या सिर्फ फिल्म का ट्रेलर ही काफी है दर्शको को सिनेमाघरों में खींचने के लिए ?
लेकिन लॉकडाउन बीत जाने के बाद ऐसा पहली बार है जब किसी फिल्म को 100% सीट बुकिंग पर छूट मिली है, ऐसे में “Roohi” फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर क्या हाल होने वाला है और फिल्म ओपनिंग पर कितनी कमाई कर सकती है? रूही फिल्म को दर्शक कितना पसंद करते हैं? आइए सब जानते हैं।
फिल्म का डिजिटल रिव्यू Digital review – रूही
फिल्म कलाकार Film Roohi Cast: Rajkumar Rao, Janhvi Kapoor, Varun Sharma इत्यादि।
निर्देशक (Producer): हार्दिक मेहता (Hardik Mehta)
निर्माता (Director): दिनेश विजन व मृगदीप सिंह लांबा
Rating रेटिंग: ***1/2
Roohi movie review: राजकुमार राव और वरुण शर्मा की हॉरर-कॉमेडी ने मूवी में जान डाल दी है, जबकि जान्हवी कपूर को अपनी एक्टिंग से इम्प्रेस करने के लिए बहुत कम वक्त और जगह मिलती है दिखाई देती है। ओवरआल फिल्म देखने लायक है।
Roohi movie Review: फिल्म स्त्री (film Stree)से प्रेरित है रूही की कहानी !
सच में सिनेमा संभावनाओं का प्रदर्शन है। निर्माता दिनेश विजन वाकई में तारीफ़ के काबिल हैं कि उन्होंने हिंदी सिनेमा को अलग तरह की फिल्मों से परिचय कराया है। उन्होंने हिंदी सिनेमा के दर्शको के लिए हमेशा ही कुछ नया परोसने का काम किया है जिसकी शुरुआत ‘बीईंग साइरस’ (Being cyrus) से होता है और ये सफर ‘लव आजकल’ (Love Aaj Kal), ‘कॉकटेल’ (Cocktail), ‘गो गोवा गॉन’
(Go Goa Gone), ‘बदलापुर’ (Badalapur), ‘हिंदी मीडियम’ (Hindi Medium ) और ‘स्त्री’ (Stri) से होता हुआ ‘रूही’ (Roohi) तक पहुंचा है।
फिल्म रूही’ को देखने के बाद ये आसानी से कहा जा सकता है कि साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म ‘स्त्री’ से काफी हद तक प्रेरित और स्त्री का हीं अगला पड़ाव है। हॉरर-कॉमेडी जॉनर में ‘स्त्री’ काफी सफल रही थी। इस फिल्म ने तब रिलीज़ के दिन तक़रीबन 7 करोड़ रुपये की कलेक्शन की थी। फिल्म को दर्शको ने खूब पसंद किया था और अच्छे रिव्यूज भी मिले थे। शुरुआत में Roohi ‘रूही’ को भी औसत रिव्यूज मिल रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर को लोगो ने सराहा भी है और ‘पनघट’ (Panghat gane)से लेकर ‘नदियों पार गाने’ (Nadiya Paar Gane) को भी बढ़िया रेस्पॉन्स मिला है।
Film Roohi Review की कुछ खास वजह जो आपको फिल्म देखने को प्रेरित करती है !
हमारे नजर में फिल्म ‘रूही’ तीन वजहों से देखी जानी वाली फिल्म है।
फिल्म रूही देखने की पहली वजह
पहली वजह ये कि जब बॉलीवुड के बड़े स्टार अक्षय कुमार, रोहित शेट्टी और कटरीना कैफ जैसे दिग्गजों की फिल्म अनिल अंबानी की कंपनी रिलीज करने की साहस नहीं जुटा पा रही तो वहीँ बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी ने 2021 में साल की पहली बड़े सितारों वाली फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज़ करने का फैसला कर लिया। फिल्म ‘स्त्री’ की ब्रांडिंग, स्त्री की लोकप्रियता और स्त्री की सफलता का भी इस फिल्म को फायदा मिल रहा है।
फिल्म ‘रूही’ की कहानी मध्य भारत के बुंदेलखंड में बसे काल्पनिक शहर की कहानी है जहां साल 2021 में भी पकड़ुआ या जबरिया विवाह होता है। बिहार वाले जबरिया विवाह से ये वाला ठीक उलट है। जहाँ बिहार की जबरिया शादियां लड़को को किडनैप करके कराया जाता था वहीं यहां लड़कियों की जबरिया शादी होती है। फिल्म में इन्हीं लड़कियों में से एक मुड़ियापैरी है। मुड़ियापैरी एक चुड़ैल है जिसके पैर उलटे होते हैं। फिल्म का दूसरा चरित्र भौरा पांडे है जो कि एक लोकल अखबार में रिपोर्टर का काम करता है और अपने साथी कटन्नी के साथ मिलकर लड़कियों को किडनैप करने का साइड बिज़नेस भी करता है। लेकिन, इस बार उन दोनों ने जो लड़की उठाई है, वह इनका चाल, चरित्र और चेहरा सब बदल देने वाली है।
2021 फिल्म ‘रूही’ को देखने की दूसरी वजह
फिल्म ‘रूही’ को देखने की जो दूसरी ख़ास वजह है, वो है इसके कलाकार, जिनकी मेहनत आपको पुरे फिल्म में साफ़ साफ़ दिखेगी। फिल्म में कुछ कलाकार ‘ओवरएक्टिंग’ करते नजर आते हैं पर अगर ‘मानव विज’ जैसे एकाध कलाकारों की ओवरएक्टिंग छोड़ दी जाए तो फिल्म में छोटे से छोटे रोल निभाने वाले कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है। फिल्म ‘स्त्री’ के विकी से ‘रुही’ के भौरा पांडे को अलग दिखाने के लिए राजकुमार राव ने अपने गेटअप, चाल-ढाल और बोलने के अंदाज में बढ़िया बदलाव किया है। राजकुमार राव का अपना फैन फोल्लोविंग है जो उनका फिल्म देखना पसंद करते हैं ये उनके लिए एक प्लस पॉइंट है। एक बात तो सभी जानते हैं कि राजकुमार राव की फिल्मों की कहानी अच्छी होती है।
अभिनय और अदाकारी के मामले में फिल्म ‘रूही’ वरुण शर्मा और जान्हवी कपूर के करियर का भी अहम पड़ाव है। जान्हवी कपूर के अभिनय में फिल्म दर फिल्म निखार आता दिख रहा है। बड़े परदे पर वह आने वाले दिनों में बॉलीवुड की तमाम दिग्गज अभिनेत्रियों के लिए अभी से ही चुनौती बनती दिख रही हैं। फिल्म में वह एक ही किरदार कर रही हैं, जो सामान्य हालत में भी कुछ और होता है और उनके ऊपर चुड़ैल का साया आ जाने के बाद बदल जाता है और पुरे फिल्म में ये शिलशिला चलता रहता है । वरुण शर्मा फिल्म ‘रूही’ का एक्स फैक्टर हैं। ये कलाकार अगर इसी तरह कॉमेडी को सिद्ध करता रहा तो आने वाले दिनों में वरुण के नाम से ही फिल्म वितरक फिल्म उठाने लगेंगे। अगर ऐसा हुआ तो जॉनी वाकर, महमूद जैसे कलाकारों की फेहरिस्त में उनके नाम की चिप्पी भी चिपक सकती है। बस सोलो हीरो बनने के मोह से उन्हें दूर रहना है।
फिल्म ‘रूही’ को देखने की तीसरी वजह
तीसरी अच्छी वजह फिल्म को देखने की ये है इसकी तकनीकी टीम की शानदार परफॉरमेंस। अमलेंदु चौधरी की सिनेमैटोग्राफी फिल्म के किरदार की तरह कहानी को आगे बढ़ाती है। फिल्म की शुरूआत से ही उनका कैमरा दर्शक को सिनेमा के साथ लेने में कामयाब रहता है। जंगल वाले दृश्यों में उनकी लाइटिंग भी काबिलेतारीफ है। हुफेजा लोखंडवाला ने फिल्म की अवधी यानि इसकी लम्बाई बिल्कुल सटीक रखी है। दो घंटे 14 मिनट की इस फिल्म में उन्होंने गाने भी काटे हैं और अनावश्यक भागदौड़ के सिन को भी कतरा गया है। सचिन जिगर ने ओरीजनल गाने जो भी बनाए हैं, जो काफी अच्छे हैं। खासतौर से जुबिन नौटियाल का गाया गाना ‘किस्तों में’ कमाल का गाना है।
फिल्म ‘Roohi’ की कमजोरियां क्या है ?
फिल्म की कहानी पर गौर किया जाय तो फिल्म ‘रूही’ की दो कमजोरियां हैं। पहली कमजोरी ये कि जितनी कमाल के आइडिया पर फिल्म को बनाया गया है उतने कमाल का पटकथा नहीं लिखा गया है, इसके लिए आप मृगदीप सिंह लांबा और गौतम मेहरा को जिम्मेदार मान सकते हैं जिन्होंने फिलं की पटकथा लिखी है। फिल्म के संवादों और डायलॉग में ब्रज से लेकर अवध और बुंदेलखंड तक की बोलियों का कॉकटेल बना दिया गया है जिससे ना तो ब्रज की और ना ही बुंदेलखंड का हीं रस आ पाता है। दूसरा जो महत्वपूर्ण प्वाइंट आपका ध्यान इसके कमजोरी की ओर खींचता है वो है फिल्म की बुनावट। इसे देखने पर इस बात का भान होता है कि क्लाइमेक्स में कहानी जान्हवी कपूर पर केंद्रित करने के लिए जानबूझकर ही वरुण शर्मा और राजकुमार राव को साइडलाइन करने की कोशिश की जाती है। फिल्म के संवादों में समलैंगिकता जहां तहां वैसे तो अंतर्धारा में बहती है, पर फिल्म के क्लाइमेक्स में आकर मुखर हो उठती है। इसी बात से फिल्म के निर्देशक की कमजोरी भी उजागर होती है। हार्दिक मेहता ने पूरी टीम को एक ही धरातल पर रखने की कोशिश पूरी फिल्म में अच्छी की है, लेकिन कप्तान के तौर पर उनकी अपनी कोई छाप फिल्म में बनती नहीं दिखती है।
क्यों देखें फिल्म ‘रूही’ ?
लॉकडाउन के बाद थिएटर्स खुलना मनोरंजन जगत के लिए एक पॉजिटिव साइन है और luckily एक अच्छी एंटरटेनिंग फिल्म सामने आई है जिसे आप सपरिवार देख सकते हैं। अगर आपने स्त्री फिल्म देखी हो और आपको पसंद आई थी तो यकीन मानिए इस फिल्म को देखकर भी आपको पछतावा नहीं होगा। आज के समय में हमारा जीवन स्ट्रेस से भरा पड़ा है और इस माहौल में ये एंटरटेनिंग फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए ऐसा मेरा मानना है।
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