Last Updated on August 14, 2023 by Manu Bhai
Body Language Kya hai (बॉडी लैंग्वेज़ क्या है) ?
What is Body Language? How does it work?
Body language kya hai : हमारे Gesture (अंग संकेत) व बॉडी पॉश्चर (अंग मुद्रा) को मिलाकर हमारी बॉडी लैंग्वेज बनती है. हमारे उठने-बैठने का तरीका, हाथ-पांव और आंखों की गति या eye movement ही बॉडी लैंगवेज़ कहलाता है.
बॉडी लैंग्वेज पढ़ने के कुछ अच्छे तरीके क्या हैं?
बॉडी लैंग्वेज पढ़ने के तरीके क्या हैं?
सभी इंसान की शारीरिक भाषा यानी बॉडी लैंग्वेज अलग अलग होती है. कोई भी इंसान चाहे कितनी भी प्यारी प्यारी बातें क्यों न कर ले, उस व्यक्ति का व्यवहार कितना भी अच्छा क्यों न हो, यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज में खोट है तो इसका सामने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. और यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज परफेक्ट हो तो सामने वाले का दिल भी जीता जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हम जो सोच रहे हैं, जो बोल रहे हैं, जो कहते हैं उसका हमारी शारीरिक भाषा यानि बॉडी लैंग्वेज के साथ सामंजस्य होना आवश्यक है. तो चलिए जानते हैं .
Body language in Hindi पढ़िए बॉडी लैंग्वेज अपनी मातृभाषा हिंदी में
1950 के शोधकर्ता अल्बर्ट मेहरबियन ने पाया कि हम जो कहते हैं उसका कुल प्रभाव है:
7% मौखिक (केवल शब्द),
38% स्वर (आवाज़ का लहज़ा)
55% अशाब्दिक.
आपकी बॉडी लैंग्वेज (body language) आपको लोगों को समझने और उनकी नज़रों में आकर्षक बनने के लिए बेहतर स्थिति में लाती है.
आप यहाँ इस Post में पढ़ सकते हैं कि आपकी आंखें, हाथ, शरीर की मुद्रा, चेहरे के भाव, इत्यादि कैसा होना चाहिए.
बॉडी लैंग्वेज में हमारी आँखों का रोल
आँखे हमारी आत्मा के लिए खिड़की के समान होती हैं. आप आंख मूंद कर देख सकते हैं कि कोई सच बोल रहा है या नहीं. खास कर आप जब किसी से मिलते हैं तो इस चीज को उसकी आँखों में notice कर सकते हैं.
यहाँ बॉडी लैंग्वेज के कुछ Tips दिए गये हैं जो आँखो के मूवमेंट को बताती है-
Eye movement Tips in Hindi
- किसी व्यक्ति की आंखें तब अधिक सक्रिय होती हैं जब वे बहुत उत्तेजित होते हैं और विशेषकर ऐसी स्थिति में जब वे किसी समस्या को हल कर रहे होते हैं.
- आपकी भौंह (Eye brows) में वृद्धि एक संकेत है जो एक व्यक्ति किसी को डरा नहीं रहा है, बल्कि खुशियाँ दर्शा रहा है. जब आप अपना आइब्रो किसी को उठा के दिखाते हैं, तो वे अक्सर मुस्कुरा देते हैं.
- जब कोई आंख से संपर्क करने से बचता है, तो इसका मतलब हो सकता है कि वे असुरक्षित महसूस कर रहा हों, अपनी भावनाओं को झेल रहा हो या वे झूठ बोल रहा हो.
- जब भी व्यक्ति एक-दूसरे से कुछ रोचक और interesting बातें करते हैं, तो उनकी आँखें लगभग 80% समय तक दूसरे व्यक्ति के चेहरे पर focused रखते हैं. ऐसा बार बार होता है, ये सिर्फ़ उनकी आँखों पर ही केंद्रित नहीं रहते हैं, बल्कि कुछ समय के लिए उनकी आँखों में, उनकी नाक पर और फिर वापस उनकी आँखों में देखना शुरू कर देते हैं.
- आँखों का कम होना यानि सिकुड़ना भय, अपराधबोध या अधीनता को व्यक्त कर सकता है.
- आंखों के संपर्क से बचना अस्वीकृति के डर से संबंधित है.
- ऐसा व्यक्ति जो आपको धोखा दे रहा हो, वो ज्यादातर आप से नज़रें ज़रूर चुराएगा. आँखे मिला कर नहीं बात करेगा.
- जब आप किसी को नज़र में नहीं देखते हैं, या यूँ कहें की आँखों में आँखे डालकर नहीं बात करते हैं तो यह आत्मविश्वास या समझ की कमी की ओर इशारा करता है.
- आंख मिलाएं, घूरना नहीं चाहिए
जब आंख मिलाकर बात करते हैं तो इसका का अर्थ ये नहीं होता की हम सामने वालों की आंखों में आंखे डालकर घूरने लगे. बातचीत के क्रम में एक बार में 7-8 सेकेंड तक आंख मिलाकर बात करें. फिर पलक झपकाएं, फिर ऐसा बार बार दुहरायें.
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Eye movements- बॉडी लैंग्वेज
Lying vs Truth
हमारे हाथ की गति
Our Hands movement
हमारे मस्तिष्क और हाथों के बीच शरीर के किसी भी अन्य भागों की तुलना में अधिक संबंध हैं. कुछ लोग मानते हैं कि जब वे किसी से मिलते हैं तो उनके हाथ कैसे व्यवहार करते हैं या वे किस तरह से हाथ मिलाते हैं.
जब किसी का हाथ हिलाते हैं, अगर उनका हाथ शीर्ष पर होता है तो वे हावी होने की कोशिश कर रहे हैं और इसके विपरीत, यदि हाथ ठोड़ी पर हल्का है, तो यह रुचि और ईमानदारी दिखाता है.
हाथ को गले में रगड़ना बेईमानी की निशानी है.
आपके सामने एक ऐसा इंसान हो जिसका हाथ उसके कंधे से बेजान और ढीली लटक रही हो और जिसके हाथ की सभी उंगलिया खुली हो तो ऐसे लोगों में निर्णय शक्ति नहीं होती और ये अनिश्चित अवस्था में होते हैं.
ऐसे लोगों पर भरोसा करना खतरे से खाली नहीं होता.
हथेली का प्रदर्शन
जब कोई व्यक्ति सच्चाई को खोलना या शुरू करना चाहता है. वे दूसरे व्यक्ति को हथेलियों को उजागर करने की संभावना रखेंगे. यह एक अचेतन इशारा है, और यह आपको एक सहज ज्ञान देगा जो दूसरे व्यक्ति को सच बता रहा है.
हथेली निचे करके बात करना Hands Down While Talking
यह आत्मविश्वास दिखाता है कि आप जानते हैं कि आप क्या बात कर रहे हैं. हम अक्सर देखते हैं कि जब कोई वक्ता आत्मविश्वास से लवरेज होता है तो अपने हथेली को बार बार निचे कि तरफ करके बात करता है.
दिल पर हाथ रखना – Put Hand on heart
इसका मतलब है “मैं चाहता हूं कि आप मुझ पर विश्वास करें” तब भी जब वह सच नहीं कह रहा हों.
कंधे की पकड़ कैसी हो
ऐसा करने का मकसद रिसीवर के बहुत करीब आना ,और इसमें वास्तविक शरीर संपर्क शामिल हो सकता है. इसका उपयोग केवल उन लोगों के बीच किया जाना चाहिए जो हैंडशेक के समय एक करीबी भावनात्मक बंधन का अनुभव करते हैं.
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हैंडशेक करना Hand Shake
आप किसी के चरित्र के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं कि वे कैसे आपका हाथ हिलाते हैं। आत्मविश्वास से लबरेज लोगों में दृढ़ विश्वास होता है, जबकि शर्मीले लोग धीरे-धीरे हाथ हिलाते हैं.
प्रमुख हैंडशेक- Types Of Handshake
अपना हाथ मोड़ना ताकि हैंडशेक में उसकी हथेली नीचे की ओर हो. जिससे कि सामने वाला सहज़ महसूस करे.
सबमिसिव हैंडशेक-(Submissive Handshake) यह प्रमुख हैंडशेक के विपरीत है, इसमें व्यक्ति सामने वाले से असहज महसूस करता है. इसलिए वह हाथ कि पोज़िशन को थोड़ा निचे कि तरफ रखता है.
समान हैंडशेक -(Equal Handshake) यह एक ऊर्ध्वाधर स्थिति में दोनों हथेलियों के साथ हाथ मिलाना है. यह गुणवत्ता की भावना पैदा करता है.
डबल शेक-(Double Handshake) यह एक मिनी हग की तरह होता है, इसलिए आपको उस व्यक्ति को डबल शेक देने की आवश्यकता होती है जब हग स्वीकार्य हो.
डबल-हैंड हैंडशेक (Double Hand – Handshake) का उद्देश्य रिसीवर के प्रति ईमानदारी, विश्वास या गहराई की भावना दिखाना है. दो महत्वपूर्ण तत्वों पर ध्यान दिया जाना चाहिए. सबसे पहले, बाएं हाथ का उपयोग अतिरिक्त भावना को संप्रेषित करने के लिए किया जाता है जो सर्जक संचारित करना चाहता है और इसकी सीमा उस दूरी से संबंधित है कि सर्जक का बायां हाथ रिसीवर के दाहिने हाथ को ऊपर ले जाता है.
ग्लोव हैंडशेक- (Glove Handshake)
दस्ताने वाले हैंडशेक को कभी-कभी राजनेता का हैंडशेक कहा जाता है. इस gesture में initiator सामने वाले का हाथ अपने दोनों हथेलियों से ढक लेता है. शुरुआत करने वाला रिसीवर को यह आभास देने की कोशिश करता है कि वह भरोसेमंद और ईमानदार है, लेकिन जब इस तकनीक का इस्तेमाल उस व्यक्ति पर किया जाता है, जिससे वह अभी मिला है, तो इसका उल्टा असर होता है. रिसीवर सर्जक के इरादों के बारे में संदिग्ध और सतर्क महसूस करता है। Glove Handshake का उपयोग केवल उन लोगों के साथ किया जाना चाहिए जिन्हें सर्जक अच्छी तरह से जानता है.
आर्म क्रॉसिंग (Arm Crossing)
छाती के पास अपनी दोनों भुजाएं बांधना
सबसे शक्तिशाली शारीरिक भाषा संकेतों में एक है किसी व्यक्ति द्वारा अपने दोनों भुजाओं को छाती के पास बांधना. ये साफ संकेत देता है कि वो व्यक्ति अनजाने में ही अपने और अपने आस पास के लोगों के बीच एक बाधा या दीवार बना रहा है. इसका मतलब ये भी हो सकता है कि उस व्यक्ति कि भुजाएं ठंडी हो रही हैं. यह स्थिति और स्पष्ट हो जाती है यदि वह व्यक्ति भुजाएं रगड़ता है. जब पूरी स्थिति शांतिपूर्ण हो तो इसका मतलब ये हो सकता है कि जिस बात पर चर्चा हो रही है उसके बारे में व्यक्ति गहराई से कुछ सोच रहा है.
एक नकारात्मक या रक्षात्मक अर्थ को दर्शाता है. जब आप अनजान लोगों के बीच सार्वजनिक बैठकों में, लिफ्ट में हों या दफ़्तर में. ऐसा देख सकते हैं कहीं भी लोग अनिश्चित या असुरक्षित महसूस करते हैं.
अपने आप को गले लगाना-
यह एक आंशिक बांह का क्रॉस है, जहां एक हाथ शरीर पर हाथ रखने या दूसरी बांह को छूने के लिए गुजरता है. यह एक बाधा बनाता है, और ऐसा लगता है जैसे वह खुद को गले लगा रहा है और ऐसा करना आत्मविश्वास की कमी दिखाता है.
कोई बात नहीं ठीक है, बॉडी लैंग्वेज को डिकोड करने के लिए अभ्यास की जरूरत होती है.
बॉडी मूवमेंट के पैटर्न पर ध्यान देने की कोशिश करें जब आप अपने दोस्त के साथ बातचीत कर रहे हों या किसी करीबी के साथ हों तो उनसे भी मदद ले सकते हैं. थोड़ी देर देखने और ध्यान देने के बाद आप इस पर बेहतर हो जाएंगे, और यह अधिक मजेदार होता जायेगा.
बॉडी लैंग्वेज भी एक तरह की भाषा हीं है.
दुनियां में कई तरह के लोग होते हैं. कुछ लोग अपनी बात बड़ी स्पष्टता से रखते हैं, जबकि कुछ लोग इशारों-इशारों में बहुत कुछ कह जाते हैं. आप भी कई बार ये महसूस करते होंगे कि आपके दिमाग में बहुत कुछ चलता है, लेकिन अपनी हर बात को शब्दों में बयां नहीं कर पाते होंगे. उसी को हम कभी-कभी हमारी बॉडी लैंग्वेज से काफी कुछ बयां कर देते हैं. यह बात हर इंसान आसानी से नहीं समझ पाता है. कभी कभी सामने वाले इंसान के भीतर चल रहे विचार, सोच और इरादों की परख कुछ ही लोगों को होती है. ऐसे बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट लोग इंसान की मानसिकता को समझने में ज्यादा गलतियां नहीं करते. अंत में आप ये कह सकते हैं, इन्हें किताबों की तरह इंसानों को पढ़ना भी बखूबी आता है.
बॉडी लैंग्वेज Part 2 आपके लिए जल्द ले कर आएंगे.
धन्यवाद.
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बेहतरीन लेख, आपकी मेहनत के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
thank you