झांसी की रानी कविता प्रश्न-उत्तर | NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 | Jhansi Ki Rani Class 6

Last Updated on December 6, 2023 by Manu Bhai

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प्रश्न-अभ्यास | Jhansi Ki Rani Class 6 कविता से

आज हम आपको कक्षा-6 के वसंत भाग-1, पाठ-10 “झांसी की रानी” के प्रश्न-उत्तर (NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 10 – Jhansi Ki Rani) के बारे में बताने जा रहे हैं। यह पाठ सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखित है। यदि आपको इन सभी प्रश्नो के उत्तर आते हैं तो आप भी अपने क्लास में सबसे अच्छा मार्क्स ला सकते हैं। आपको और भी NCERT हिंदी से संबंधित पोस्ट चाहिए तो आप हमारी वेबसाइट के टॉप मेनू में जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

झांसी की रानी कविता प्रश्न-उत्तर

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 10 झाँसी की रानी

प्रश्न 1.
‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई
(क) इस पंक्ति में किस घटना की ओर संकेत है?
(ख) काली घटा घिरने की बात क्यों कही गयी है?
उत्तर(क) इस पंक्ति में रानी लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर राव की मृत्यु की ओर संकेत है।

(ख) राजा जी की मृत्यु के उपरांत रानी झाँसी के ऊपर एक के बाद एक विपत्ति आने लगी। अंग्रेजों की नीति थी कि वे नि:संतान राजा की मृत्यु के बाद उस राज्य पर अपना अधिकार कर लेते थे। रानी के जीवन में दुख का अंधकार छा गया। इसलिए काली घटा घिरने की बात कही गई है।

प्रश्न 2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर और उसमें ‘नयी जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं?

उत्तर- कवयित्री ‘सुभद्रा कुमारी चौहान’ भारत के बारे में एक विचार व्यक्त करती हैं। उनकी रचना में भारत को ‘बूढ़ा’ कहा गया है, जिसका मतलब है कि उस समय भारतीय वीरों का साहस और उनकी शक्ति काफी कमजोर और अधीर था। लंबे समय तक अंग्रेजों की गुलामी के कारण भारतीय जनता का सामरिक आत्मविश्वास टूट चुका था। इस दुर्दशा को देखते हुए, ‘सुभद्रा कुमारी चौहान’ ने ‘नई जवानी’ की बात कही, जिससे उन्होंने यह दिखाना चाहा कि झाँसी की रानी जैसे साहसिक और शौर्यपूर्ण संघर्ष के बावजूद, आज़ादी के प्रति उनकी इच्छा और जोश देश के अन्य वीरों में नया प्रकाश प्रकट कर दिया था। इस तरह बूढ़े भारत में नई जवानी की उमंग फिर से जाग उठी।

प्रश्न 3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था?

उत्तर- रानी लक्ष्मीबाई का जन्म एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ। वे अपने माता-पिता के एकमात्र संतान थीं और कानपुर के नाना की मुंहबोली बहन थीं। लक्ष्मीबाई का बचपनी नाम मणिकर्णिका था, लेकिन परिवार वाले उन्हें प्यार से मनु कहकर बुलाते थे। वे बचपन से ही हथियारों, ढालों, कृपाणों, कटारियों का शौकीन थीं और युद्ध करने की इच्छा रखती थीं। इसलिए उन्हें छबीली नाम से भी पुकारा जाता था। उन्हें शिवाजी की कथाएं बहुत याद थीं और भवानी उनके कुल की देवी थीं। रानी लक्ष्मीबाई ने झाँसी के राजा गंगाधर राव के साथ विवाह किया। लेकिन विवाह के थोड़े दिनों बाद ही उनके पति की मृत्यु हो गई। इसके बाद अंग्रेजी सत्ताधारियों ने झाँसी पर अपना कब्ज़ा जमाने की कोशिश की। रानी लक्ष्मीबाई और अंग्रेजों के बीच भयंकर युद्ध हुआ और रानी लक्ष्मीबाई ने लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त किया। उनका नाम इतिहास में सदैव के लिए अमर हो गया। उनका बचपन हमारे बचपन से अलग है, क्योंकि हमारे बचपन में हथियार नाम की कोई वस्त्र नहीं हैं। हम वीडियो गेम्स, कंप्यूटर और बिजली से चलने वाले खिलौनों से खेलते हैं और राष्ट्रीय गान भी हमें याद है।

प्रश्न 4. वीर महिला की इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो।

उत्तर- वीर महिला की इस कहानी में कई पुरुषों के नाम आए हैं, जैसे नाना साहब (जिनका पूरा नाम धुंधूपंत था), डलहौज़ी, पेशवा वाजीराव, तात्या टोपे, अजीमुल्ला, अहमद शाह मौलवी, ठाकुर कुंवर सिंह, लेफ्टिनेंट वॉकर, शिवाजी, ग्वालियर के महाराज सिंधिया, जनरल स्मिथ, यूरोज़, सैनिक अभिराम आदि अनेक वीर पुरुषों के नाम आए हैं।।

झांसी की रानी कविता प्रश्न-उत्तर

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 5. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है?

उत्तर- कविता में स्वाधीनता संग्राम के प्रथम दौर की बात की गई है। कविता से हमें उस समय के माहौल के बारे में ज्ञात होता है कि अंग्रेज़ों ने धीरे-धीरे अपनी सत्ता हमारे देश में फैला ली थी। उस समय भी हमारे देश में स्वतंत्रता के भावनात्मक बीज उग रहे थे, परंतु संगठन की कमी, राजाओं की स्वार्थपरता, आपसी विभाजन आदि के कारण हमारा आन्दोलन सफल नहीं हो पाया। ऐसे विपरीत परिस्थितियों में भी झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई और कुछ अन्य वीरों ने स्वतंत्रता की चिंगारी को जलाने का अद्वितीय प्रयास किया।

प्रश्न 6. सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं?

उत्तर- झाँसी की रानी एक महिला होते हुए भी उनमें पुरुषोचित गुण साहस, वीरता, युद्ध कला में निपुणता, निडरता आदि गुण विद्यमान थे। उन्होंने युद्ध भूमि में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे और उनकी वीरता का लोहा भारतवासियों के साथ अंग्रेजों ने भी माना था। इसलिए सुभद्रा कुमारी चौहान ने लक्ष्मीबाई के इसी अद्वितीय साहस, शौर्य और वीरता का परिचय कराने के लिए ‘मर्दानी’ शब्द का प्रयोग किया है।

प्रश्न 7. ‘बरछी’, ‘कृपाण’, ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे।
आजकल प्रयोग में लाए जाने वाले हथियारों के नाम लिखो।

उत्तर:- आजकल अत्यानुधिक हथियारों जैसे तकनीकी क्षमता से सुसज्जित बंदूकें, टैंक, तोप, मिसाइल, पनडुब्बी, हवाई जहाज, समुद्री जहाज, परमाणु अस्त्र आदि हथियारों का प्रयोग किया जाता है।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Jhansi Ki Rani

प्रश्न 8. लक्ष्मीबाई के समय में ज्य़ादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेना में अब क्या स्थिति है? पता करो।

उत्तर:- आज हमारी भारतीय सेना के तीनों सैन्य दल जल, थल और वायु सेना में हमें लड़कियाँ दिखाई देती है। आज वे इन सेनाओं के उच्च पदों पर कार्यरत हैं। इस सबके बावजूद अभी भी सेना में लड़कियों की संख्या बहुत कम है।

भाषा की बात

प्रश्न 1. नीचे लिखे वाक्यांशों (वाक्य के हिस्सों) को पढ़ो-


झाँसी की रानी
मिट्टी का घरौंदा
प्रेमचंद की कहानी
पेड़ की छाया
ढाक के तीन पात
नहाने का साबुन
मील का पत्थर
रेशमी के बच्चे
बनारस के आम
का, के और की दो संज्ञाओं का संबंध बताते हैं। ऊपर दिए गए वाक्यांशों में अलग-अलग जगह इन तीनों का प्रयोग हुआ है। ध्यान से पढ़ो और कक्षा में बताओ कि का, के और की का प्रयोग कहाँ और क्यों हो रहा है?
उत्तर-
का, के और की संबंध कारक के चिह्न हैं। इन्हें परसर्ग भी कहते हैं। इनका प्रयोग संबंधी संज्ञा के अनुसार होता है। स्त्रीलिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘की पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘का’ और बहुवचन पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘के’ का ः प्रयोग होता है।

Jhansi Ki Rani kavita झाँसी की रानी कविता का सारांश, व्याख्या 

  • का’ का प्रयोग – एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है।
  • मिट्टी का घरौंदा – घरौंदा एकवचन पुल्लिंग है। घरौंदे का संबंध मिट्टी से बताने के लिए प्रयोग हुआ है।
  • मील का पत्थर – पत्थर पुल्लिंग है और एकवचन है, इसलिए उससे पहले ‘का’ प्रयोग हुआ है।
  • नहाने का साबुन – साबुन पुल्लिंग और एकवचन है। इसलिए उसके पहले का प्रयोग हुआ है।
  • ‘के’ का प्रयोग – बहुवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है।
  • रेशमा के बच्चे – बच्चे बहुवचन हैं, अतः बच्चे के पहले ‘के’ का प्रयोग हुआ है।
  • बनारस के आम – आम पुल्लिंग एवं बहुवचन शब्द है। अतः उसके पहले ‘के’ प्रयुक्त है।
  • ‘की’ का प्रयोग स्त्रीलिंग सूचक – संज्ञा शब्दों के साथ प्रयोग हुआ है।
  • झाँसी की रानी – रानी स्त्रीलिंग है। इसलिए उसके पूर्व ‘की’ लगा है।
  • पेड़ की छाया – छाया स्त्रीलिंग है, इसलिए उसके पूर्व ‘की’ लगा है।

पढ़ने को

  1. प्रकाशन विभाग, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘भारत की महान नारियाँ’ श्रृंखला की पुस्तकें।
  2. चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित कमला शर्मा द्वारा लिखित उपन्यास ‘अपराजिता’।

परियोजना

  1. रानी लक्ष्मीबाई’ के जीवन पर एक लघु नाटिका तैयार करो और बाल सभा में उसका मंचन करो। कविता के आधार पर संवाद लिखो तथा उनका उच्चारण करते समय भावपूर्ण अभिनय करो।
  2. ‘रानी लक्ष्मीबाई’ पर एक निबंध लिखो।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

(क) ‘झाँसी की रानी’ कविता किसने लिखी है?
(i) लक्ष्मीबाई
(ii) सुभद्रा कुमारी चौहान
(iii) सुमित्रानंदन पंत
(iv) केदारनाथ अग्रवाल

(ख) रानी लक्ष्मीबाई किसकी मुँहबोली बहन थी?
(i) अजीमुल्ला खाँ
(ii) अहमदशाह
(iii) कुँवर सिंह
(iv) नाना धुंधूपंत पेशवा

(ग) कवयित्री ने झाँसी की रानी की कथा किसके मुँह से सुनी थी?
(i) मराठों के
(ii) बुंदेलों के
(iii) अपने अध्यापक के
(iv) कवियों के

(घ) नाना साहब कहाँ के रहने वाले थे?
(i) इलाहाबाद।
(ii) झाँसी
(iii) कानपुर
(iv) ग्वालियर

(ङ) लक्ष्मीबाई का प्रिय खेल था?
(i) नकली युद्ध करना
(ii) व्यूह की रचना करना, शिकार करना
(iii) सैन्य घेरना, दुर्ग तोड़ना
(iv) उपर्युक्त सभी

उत्तर

(क) (ii)
(ख) (iv)
(ग) (ii)
(घ) (iii)
(ङ) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
महल में खुशी का कारण क्या था?
उत्तर-
विवाह के बाद रानी लक्ष्मीबाई का महल में आना खुशी का प्रमुख कारण था।

प्रश्न 2.
डलहौज़ी प्रसन्न क्यों था?
उत्तर-
क्योंकि नि:संतान राजा गंगाधर राव की मृत्यु होने पर झाँसी का अधिकार स्वतः ही अंग्रेज़ी सरकार को मिल जाना था इसलिए डलहौज़ी प्रसन्न था।

प्रश्न 3.
ब्रिटिश सरकार ने झाँसी के दुर्ग पर झंडा क्यों फहराया?
उत्तर-
क्योंकि वहाँ के राजा नि:संतान मृत्यु को प्राप्त हुए।

प्रश्न 4.
अंग्रेज़ों ने भारत के किन-किन क्षेत्रों पर अधिकार कर लिया था?
उत्तर-
अंग्रेजों ने भारत के कई हिस्सों पर अधिकार कर लिया था। उनमें से प्रमुख हैं-दिल्ली, लखनऊ, बिहार, नागपुर, तंजौर, सतारा, कर्नाटक, सिंध, पंजाब, मद्रास आदि।

प्रश्न 5.
रानियों और बेगमों की क्या दशा थी?
उत्तर-
वे परेशान थीं, क्योंकि उनके कपड़े और गहने खुलेआम बाजारों में बेचे जा रहे थे।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
झाँसी की रानी के जीवन से हम क्या प्रेरणा ले सकते हैं?
उत्तर-
झाँसी की रानी के जीवन से हम देश के लिए मर मिटने, स्वाभिमान से जीने, विपत्तियों से न घबराने, साहस, दृढ़ निश्चय, नारी अबला नहीं सबला है आदि की प्रेरणा ले सकते हैं।

प्रश्न 2.
अंग्रेज़ों के कुचक्र के विरुद्ध रानी ने अपनी वीरता का परिचय कैसे दिया?
उत्तर
अंग्रेजों की नीति थी यदि किसी राज्य में कोई राजा संतानहीन मृत्यु को प्राप्त हो जाता था तो वे उनके राज्य को अपने राज्य में मिला लेते थे। लक्ष्मीबाई के पति गंगाधर की मृत्यु के उपरांत डलहौजी ने झाँसी के राज्य को अपने राज्य में मिलाने की चाल चली। रानी उसकी चाल को समझ गईं। उसने अपनी सेना की तैयारियाँ शुरू कर दी। उसने स्त्रियों को भी सैनिक शिक्षा दी। लक्ष्मीबाई ने डटकर अंग्रेजों का मुकाबला किया। उसने अंग्रेजों के कई किलों पर भी अधिकार कर लिया। अंत में रानी अंग्रेज़ी सेना के बीच घिर जाती हैं। रानी युद्ध करते-करते वीरगति को प्राप्त हो जाती हैं।

प्रश्न 3.
भारतीयों ने अंग्रेजों को दूर करने का निश्चय क्यों किया था?
उत्तर-
भारत कई सौ वर्षों तक गुलाम रहा। इस कारण यहाँ के लोग स्वतंत्रता के महत्त्व को भूल गए थे। इस आंदोलन से उन्हें स्वतंत्रता का महत्त्व को समझ में आ गया। उन्होंने यह भी महसूस किया कि फिरंगी धीरे-धीरे अपने साम्राज्य का विस्तार कर रहे हैं। इस कारण भारतीयों ने अंग्रेज़ों को दूर भगाने का निश्चय किया।

प्रश्न 4.
ऐसी कौन-सी विशेषताएँ थीं जिनके कारण मराठे लक्ष्मीबाई को देखकर पुलकित हुए?
उत्तर-
रानी लक्ष्मीबाई वीर और साहसी नारी थीं उन्हें युद्ध कला में महारथ हासिल थी। नकली युद्ध व्यूह की रचना करना, खूब शिकार खेलना, सेना घेरना और दुर्ग तोड़ना उनके प्रिय खेल थे। लक्ष्मीबाई की इन विशेषताओं को देखकर मराठे बहुत पुलकित होते थे।

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